प्राचीन इतिहास का कालक्रम
20,00000 वर्ष पूर्व :-
- भारतीय उपमहाद्वीप में 20,लाख साल पहले जो लोग रहा करते थे, उन्हें आखेटक खाद्य संग्राहक कहते हैं।भोजन का इंतजाम करने की विधि के आधार पर इन्हें इस नाम से पुकारा जाता है।
- पुरापाषाण काल:- 20,00000 साल पहले से 12000 साल के दौरान। पुरा यानी 'प्राचीन' अौर पाषाण यानी 'पत्थर'। इस काल को तीन भागों में विभाजित किया गया है :-
पूर्व पूरापाषाण काल:- पूर्व पाषाण काल के अवशेष उत्तर पश्चिम के सोहन क्षेत्र में प्राप्त हुए हैं ।
इस काल के अवशेष नर्मदा नदी तथा उसकी सहायक नदियों की घाटी में प्राप्त हुए हैं।
मध्य पुरापाषाण काल :-
इस काल के अवशेष सिंध ,राजस्थान, मध्य भारत, उड़ीसा ,उतरी आंध्र, महाराष्ट्र, कर्नाटक और गुजरात के विभिन्न क्षेत्रों में पाए गए हैं।उत्तर पुरापाषाण काल
- इस काल के अवशेष इलाहाबाद की बेलन घाटी, आंध्र प्रदेश में बेटमचेली तथा कर्नाटक के शोरापूर और बीजापुर जिलों में प्राप्त हुए हैं ।
- इस युग के मानव ने क्वार्टजाइट नामक कठोर पत्थर के हथियारों का प्रयोग किया।
- इस युग में मानव खेती करना नहीं जानता था।
- वह निवास - घर बनाना नहीं जानता था ।
- वह नदियों अथवा झीलों के किनारे गुफाअों में रहता था।
- आग जलाना नहीं जानता था ।
- बदलती जलवायु:- 12,000 साल पहले जलवायु में बहुत बड़े बदलाव आए ,और गर्मी बढ़ने लगी ।परिणामस्वरूप कई क्षेत्रों में घास वाले मैदान बनने लगे, इससे हिरण, बारहसिंघा ,भेड़, बकरी और गाय जैसे जानवरो की संख्या बढ़ गई, जो लोग इस जानवर का शिकार करते थे वे इनके पीछे आए और उनके खाने-पीने की आदतों की जानकारी हासिल की और अपनी जरूरतों के अनुसार इनको पालतू बनाने लगे, तथा इस काल में मछली भी भोजन का महत्वपूर्ण स्रोत बन गई थी ।इसी दौरान उपमहाद्वीप के विभिन्न इलाकों में गेहूं और धान जैसे अनाज प्राकृतिक रूप से उगने लगे थे।
12,000 वर्ष पहले से 10,000 वर्ष पहले तक (मध्य पाषाण काल) :-
- मानव ने इस काल में क्वार्टजाइट पत्थर के स्थान पर अधिकांशतया जैस्पर, चर्ट और ब्लडस्टोन नामक पत्थर का प्रयोग आरंभ किया और अपने हथियार इन्हीं पत्थरों से बनाए।
- इन हथियारों का आकार 1 इंच से अधिक नहीं था ।परंतु अब इन्हें लकड़ी के हत्थे में लगाकर प्रयोग में लाया जाना प्रारंभ किया गया।
- 1970 - 74 ईसवी के मध्य में गंगा नदी के मैदान में भी मध्य पाषाण कालीन संस्कृति के अवशेष विभिन्न स्थानों पर प्रचुर मात्रा में उपलब्ध हुए हैं।
- इस काल में भी मानव का मुख्य पेशा शिकार करना था ।
- कृषि कार्य और निवास-गृह का निर्माण अभी आरंभ नहीं हुआ था।
- इस काल में मानव ने अपने मृतकों को भूमि में गाड़ना आरंभ कर दिया था।
- कुत्ता उसका पालतू पशु बन गया था।
- बाद के समय में उसने मिट्टी के बर्तन बनाना भी आरंभ कर दिया था।
- इस काल में मानव ने बहुत ही तीव्रता से प्रगति किया ।हथियार पत्थर के ही थे परंतु ,उन्हें और पोलिश करके चमकीला बना दिया गया था ।
- इस काल में मानव ने कृषि और पशुपालन आरंभ कर दिया था ।
- उसने अपने लिए निवास -गृह बनाना आरंभ कर दिया था ।
- वह चर्म अथवा अन्य प्रकार के वस्त्र भी बनाने लगा था ।
- वह मिट्टी के बर्तन बनाने लगा था।
- उसने आग जलाना भी सीख लिया था, वह खाना पका कर खाने लगा था।
- संभवतया, मानव ने इस समय कुम्हार का चाक और लकड़ी का पहिया बनाना भी सीख लिया था।
- वह शवों को गाड़ना अथवा जलाना आरंभ कर दिया था ।
- उसने धर्म और दैवी तथा दानवी शक्तियों की कल्पना करना आरंभ कर दिया था।
- स्त्री पुरुषों ने सबसे पहले गेहूं तथा जो जैसी फसलों को उपजाना आरंभ किया ।उन्होंने भेड़, बकरी और गाय- बैल जैसे पशु को पालतू बनाना शुरू किया ।
- मैहरगढ़ में बस्ती का आरंभ।
- मेहरगढ़ में कपास की खेती का प्रारंभ।
- रेशम बनाने की कला की खोज हुई।
- सिंधु तथा इसकी सहायक नदियों के किनारे तथा समुद्र तटवर्ती इलाकों में नगरों का विकास हुआ।
- इस तरह के पात्रों का प्रयोग लगभग 4700 वर्ष पूर्व होता था।
3900 वर्ष पूर्व :- हड़प्पा नगरों के अंत की शुरुआत।
3500 वर्ष पूर्व :-
- 3500 वर्ष पूर्व ऋग्वेद की रचना हुई थी ।
- चीन में लेखन कला के सबसे पुराने उदाहरण मिलते हैं ।यह जानवरों की हड्डियों पर लिखा गया था। इन्हें भविष्यवाणी करने वाली हड्डियां कहा जाता है।
भविष्यवाणी करने वाली हड्डी
- महापाषाणओं के निर्माण की शुरुआत।
- लगभग 3000 वर्ष पूर्व राजा बनने की प्रक्रिया में कुछ परिवर्तन दिखाई दिए। कुछ लोग बड़े -बड़े यज्ञ को आयोजित कर राजा के रूप में प्रतिष्ठित हो गए। इसमें अश्वमेध यज्ञ किया जाता था।
- लगभग 3000 वर्ष पूर्व इस उपमहाद्वीप में लोहे का प्रयोग शुरू हुआ ।
- गंगा तथा इसकी सहायक नदियों के किनारे तथा समुद्र तटवर्ती इलाकों में नगरों का विकास हुआ।
- 2500 वर्ष पूर्व उत्तर पश्चिम की ओर से आने वाली ईरानियों और यूनानीओं ने सिंधु को हिंद अथवा इंदौस और इसके पूर्व में स्थित भूमि प्रदेश को इंडिया कहा।
- इस तरह के सिक्कों का प्रयोग लगभग 2500 वर्ष पूर्व होता था ।
- ऐथेन्स के लोगों ने एक शासन व्यवस्था की स्थापना की जिसे प्रजातंत्र या गणतंत्र कहते हैं ।
- बौद्ध धर्म के संस्थापक सिद्धार्थ ( गौतम ) का जन्म 2500 वर्ष पूर्व हुआ ।
- जैन धर्म के सर्वाधिक महत्वपूर्ण विचारक वर्धमान महावीर ने भी अपने विचारों का प्रसार किया ।वज्जि संघ के लिच्छवी कुल के एक क्षत्रीय राज कुमार थे ।
- इस काल में लोहे के औजार के बढ़ते उपयोग का प्रमाण मिलता है ।
2300 वर्ष पूर्व:-
- दीघ निकाय एक प्रसिद्ध बौद्ध ग्रंथ है जिसमें बुद्ध के कई व्याख्यान दिए गए हैं ।इन्हें करीब 2300 साल पहले लिखा गया था ।
- सिकंदर का आक्रमण 2300 वर्ष पहले हुआ ।
- चंद्रगुप्त मौर्य साम्राज्य की शुरुआत।
- तमिल की प्राचीनतम रचनाओं को संगम साहित्य की रचना कहते हैं। इसकी रचना लगभग 2300 साल पहले हुई।
- स्तूप निर्माण की शुरुआत।
- लगभग 2250 वर्ष पुराना अभिलेख वर्तमान अफगानिस्तान के कंधार से प्राप्त हुआ है। यह अभिलेख अशोक के आदेश पर लिखवाया गया था।
- मौर्य साम्राज्य का पतन।
- 2200 वर्ष पूर्व से 1800 वर्ष पूर्व के बीच चोलो, चेरों तथा पाण्डयों का शासनकाल
- 2200 वर्ष पूर्व से 1900 वर्ष पूर्व :- आरिकामेडू एक पतन था। यहां से भूमध्यसागरीय क्षेत्र के ऐंफोरा जैसे पात्र मिले हैं।
- चरक नाम के प्रसिद्ध वैद्य थे, जिन्होंने चिकित्सा शास्त्र पर " चरक संहिता" नाम की किताब लिखी।
- मथुरा कुषाणों की दूसरी राजधानी बनी।
- 2000 साल पहले पश्चिम एशिया में ईसाई धर्म का उदय हुआ।
1700 वर्ष पहले :-
1500 साल पहले :-
- गुप्त वंश साम्राज्य की शुरुआत ।
1500 साल पहले :-
- गण या संघ राज्यों का अंत।
- वर्तमान रूप में उपलब्ध जैन धर्म की शिक्षाएं लगभग 1500 वर्ष पूर्व गुजरात वल्लभी नामक स्थान पर लिखी गई थी। (जैन ग्रंथों का लेखन कार्य )।
- पल्लवों और चालूक्यों के दो बड़े राज्यों की स्थापना हुई ।
- चीनी बौद्ध तीर्थ यात्री श्वेन त्सांग भारत यात्रा पर ।
- अप्पार की शिव स्तुति की रचना ।
- हर्षवर्धन का शासन।
Do this hack to drop 2lb of fat in 8 hours
ReplyDeleteMore than 160 000 women and men are utilizing a simple and secret "liquids hack" to lose 2 lbs each night in their sleep.
It's effective and works on anybody.
Here are the easy steps for this hack:
1) Go get a clear glass and fill it half the way
2) Now use this weight losing hack
you'll become 2 lbs thinner the very next day!
Thank a lot sir
ReplyDelete