Ncert Social science History study notes and Solution to learn and revision in Hindi medium.

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Wednesday, June 26, 2019

Ncert History notes for class -6 chapter 1 in hindi

               Ncert history class - 6

                क्या, कब,कहॉ, अौर कैसे ?

                      हमारा अतीत

नर्मदा नदी :-कई लाख वर्ष पहले से लोग इस नदी के तट पर रह रहे हैं। यहां  रहने वाले  आरंभिक लोगों मे से कुछ कुशल संग्राहक थे ।अपने भोजन के लिए जड़ों, फलो तथा जंगल के अन्य उत्पादों का वे यही से संग्रह किया करते थे ।वे जानवरों का शिकार भी करते थे।

  • नर्मदा नदी भारत के मध्य भाग में पूर्व से पश्चिम की ओर बहने वाली मध्यप्रदेश और गुजरात राज्य की प्रमुख नदी है।
  • नर्मदा नदी का उद्गम विंध्याचल के मैकाल पहाड़ी श्रृंखला में अमरकंटक नामक स्थान में है।
  • इसकी लंबाई प्राय: 1312 किलोमीटर है।
  • यह नदी पश्चिम की तरफ जाकर खंभात की खाड़ी (अरब सागर) में गिरती है।
  • यह नदी भारतीय प्रायद्वीप की सबसे प्रमुख और पांचवी सबसे लंबी नदी मानी जाती है।

उत्तर पश्चिम की सुलेमान और किरथर पहाड़ियां :-इसी क्षेत्र में कुछ ऐसे स्थान हैं जहां लगभग 8000 वर्ष पूर्व स्त्री पुरुषों ने सबसे पहले गेहूं तथा जौ जैसी फसलों को उगाना  आरंभ किया। उन्होंने भेड़, बकरी और गाय ,बैल जैसे पशुओं को पालतू बनाना शुरू किया । 

सुलेमान पर्वत :-

  • दक्षिण पूर्वी अफगानिस्तान और पश्चिम पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत के उत्तर भाग में स्थित एक प्रमुख पर्वत श्रृंखला है।
  • अफगानिस्तान में यह जाबुल, लोया ,पकरिया और कंधार क्षेत्रों में विस्तृत है।
  • सुलेमान पर्वत ईरान के पठार का पूर्वी छोर है और भौगोलिक रूप से उसे भारतीय उपमहाद्वीप से विभाजित करते हैं ।
  • सुलेमान पर्वत से उत्तर में हिंदू कुश के ऊंचे और शुष्क इलाके हैं ,जहां अधिकतर जमीन 2000 मीटर से अधिक ऊंचाई पर स्थित है।
  • इन पर्वतों और इस पठार से हिंद महासागर से आने वाली नम हवाएं यही तक पहुंच पाती है और इससे आगे मध्य और दक्षिण अफगानिस्तान का इलाका शुष्क है।
  • इसके विपरीत सुलेमान पर्वतों से पूर्वी और दक्षिण के इलाके में सिंधु नदी का नदी मुख है जहां अक्सर बाढ़ आती है।
  • सुलेमान श्रृंखला  क्षेत्र से दो मुख्य नदियां निकलती है डोरी नदी और गोमल नदी ।
किरथर  पर्वत :
  • किरथर पर्वत सिंध तथा बलूचिस्तान में झालावन क्षेत्र की सीमा पर स्थित एक पर्वत श्रेणी है।  इसकी सर्वाधिक चौड़ाई लगभग 90 किलोमीटर है।
  •  जरदक नामक शिखर सर्वोच्च (7430) फुट है।
  • इस पर्वत श्रेणी में हरबाब,  फुसी, रोहेल ,गर्रे आदि प्रमुख दर्रे हैं।
  •  बलूची,  जाट, ब्राहुई इन पहाड़ियों में रहने वाली प्रमुख जातियां हैं जिनका मुख्य व्यवसाय भेड़ पालना है।
  • वन्य जीवों में पर्वतीय भेड़, काला भालू तथा प्रमुख है।

गेहूं :- 
  • मध्यपूर्व के लेवांत क्षेत्र से आई एक घास है जिस की खेती दुनिया भर में की जाती है।
  • यह विश्व की बढ़ती जनसंख्या के लिए लगभग 20% आहार कैलोरी की पूर्ति करती है ।
  • चीन के बाद भारत गेहूं का दूसरा विशालतम उत्पादक देश है।
  • कार्बोहाइड्रेट और प्रोटीन गेहूं के दो मुख्य घटक है।
  • गेहूं में 11 - 12 % प्रोटीन होता है।
  • मुख्यत: विश्व के दो मौसमों यानी शीत एवं बसंत ऋतु में उगाया जाता है।
  • गेहूं की खेती के लिए दोमट मिट्टी सबसे अच्छी रहती है।
  • खारी एवं क्षारीय भूमि गेहूं की खेती के लिए अच्छी नहीं होती है।
  • 21° से  24°c तापमान की आवश्यकता होती है।

जौ:-
  • संस्कृत में इसे 'यव 'कहते हैं।
  • रूस, यूक्रेन ,अमेरिका ,जर्मनी ,कनाडा और भारत में मुख्यतः पैदा होती है।
  • जौ कि खेती समुद्र तल से 4000 मी की  ऊंचाई तक की जा सकती है।
  • प्रति एकड़ इसे 40 पाउंड नाइट्रोजन की आवश्यकता होती है।
  • दोमट भूमि अधिक उपयुक्त है।
  • खेत समतल और जल निकासी योग होना चाहिए ।
  • मार्च-अप्रैल में फसल काटी जाती है।
  • इसकी खेती के लिए ठंडी और नम जलवायु उपयुक्त रहती है।
  • जौ की फसल के लिए न्यूनतम तापमान 35° से 40°F  और उच्चतम तापमान 72°-86°F उपयुक्त होती है।
उत्तर पूर्व में गारो तथा मध्य भारत में विंध्य पहाड़ियां :-
  • गारो पहाड़ियां :-गारो पर्वत भारत के मेघालय राज्य में छोटे पहाड़ों की  श्रृंखला  है ।
  • यह दुनिया में सबसे नम स्थानों में से एक है।
  • यह श्रृंखला मेघालय उपोष्ण कटिबंध  जंगल परिस्थितिकी तंत्र का हिस्सा है।
  • घरों की आजीविका का आधार झूम की खेती तथा मछली का शिकार करना है।

विंध्याचल पर्वत :-ये वे क्षेत्र है जहां सबसे पहले  चावल उपजाया गया ,वे स्थान विंध्य  के उत्तर में स्थित है।

  • भारत के पश्चिम में, मध्य में स्थित प्राचीन गोलाकार पर्वत की श्रृंखला है, जो भारत उपखंड को उत्तरी भारत तथा दक्षिणी भारत में बांटती है ।
  • राज्य :- गुजरात, उत्तर प्रदेश ,मध्य प्रदेश और बिहार।
  • नदी:-    काली,सिंध नदी ,पारबती नदी ,बेतवा नदी ,केन नदी ,सोन नदी।
  • उच्चतम बिंदु :- अमरकंटक।
  • ऊंचाई :- 1048 मीटर (34 38) फीट है।

  • चावल :-
  •  धान पूर्वी हिमालय की तलहटी में पाई जाने वाली  जंगली घास है ।
  • एक विचार के अनुसार धान का जन्म दक्षिण भारत में हुआ और बाद में यह उत्तर में फैल गया फिर चीन तक पहुंच गया।
  • चावल की फसल को गर्म और नम जलवायु की आवश्यकता होती है।
  • यह सबसे अच्छी उच्च नमी ,लंबे समय तक धूप और पानी की एक आश्वस्त आपूर्ति वाले क्षेत्रों के लिए अनुकूल है।
  • औसत तापमान 21°c से 42°c होना चाहिए।
  •  अधिकतम तापमान 40°c - 42°c के बीच होना चाहिए।
     

 पांडुलिपि :-हाथ से लिखी जाने वाली पुस्तक को पांडुलिपि कहा जाता है।
पांडुलिपि

यह पांडुलिपि  प्राय: ताड़ पत्रों  अथवा हिमालय क्षेत्र में उगने वाले भूर्ज नामक पेड़ की छाल से विशेष तरीके से तैयार भोजपत्र पर लिखी मिलती है।

  • इन पुस्तकों में धार्मिक मान्यताओं व व्यवहारों ,राजाओं की जीवन ,औषधियों तथा विज्ञान आदि सभी प्रकार के विषयों की चर्चा मिलती है।
  • इनमें से कई पांडुलिपियां संस्कृत में तथा तमिल और प्राकृत में लिखे हुए मिलते हैं।
  • भूर्ज पेड़  
  •                                             
  •  हिमालय क्षेत्र में 4500 मीटर की ऊंचाई तक होती है।
  • इसकी छाल सफेद रंग की होती है ।                                     
  • यह एक ठंडे वातावरण में उगने वाला पतझड़ी वृक्ष है, जो लगभग 20 मीटर  ऊंचा तक हो सकता है ।
  • भोजपत्र को संस्कृत में भुर्ज कहा गया है।       
  •    इसमें रेजिन युक्त तेल पाया जाता है, जिसकी वजह से यह खराब नहीं होता ।
  • भोज के पेड़ हल्की -अच्छी पानी की निकासी वाले अम्लिय मिट्टी में अच्छी तरह पनपते हैं। 
  •  भुर्ज की  छाल में बैतूलिन और बैतूलिनिक एसिड और अन्य रसायन मिलते हैं ,जो दवा उद्योग में उपयोगी पाया गया है।
  • सफेद भूर्ज पर उगने वाला मशरूम कैंसर के उपचार में उपयोग में लाया जाता है ।
अभिलेख :-
अभिलेख
अभिलेख
  • एेसे  लेख जो पत्थर अथवा धातु जैसी कठोर सतहों पर उत्कीर्ण किए जाते हैं, उसे अभिलेख कहते हैं ।
यह अभिलेख अफगानिस्तान के कंधार से प्राप्त हुआ है। यह अभिलेख अशोक नामक शासक के आदेश पर लिखा गया। यह अभिलेख यूनानी और अरामाइक लिपि में लिखी गई है।

  • सिंधु तथा इसकी सहायक नदियां :-लगभग 4700 वर्ष पूर्व इन नदियों के किनारे कुछ आरंभिक नगर फले फूले।
  • गंगा तथा इसकी सहायक नदियों के किनारे तथा समुद्री तटवर्ती इलाकों में नगरों का विकास लगभग 2500 वर्ष पूर्व  हुआ था।


Mcq :-

1.   गेहूं और जौ की फसलों के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए:-
           1. मनुष्यों द्वारा सर्वप्रथम इन्हीं फसलों को उपजाने की शुरुआत की गई।
           2. इन फसलों को उपजाने का क्षेत्र हिमालय तथा विंध्य की पहाड़ियां थी।
          उपयुक्त में से सही उत्तर चुनिए।
          (a)     केवल 1                     (b)  1 और 2 दोनों
          (c)     केवल 2                     (d)  इनमें से कोई नहीं
Ans:- a

2.  भारतीय उपमहाद्वीप के संदर्भ में निम्न कथनों पर विचार कीजिए।

            1. गंगा तथा इसकी सहायक नदियों के किनारे आरंभिक नगरों का विकास हुआ।
            2 .सिंधु  तथा इसकी सहायक नदियों के तट पर आरंभिक नगरों का विकास लगभग 2500 वर्ष पूर्व हुआ।
उपयुक्त में से सही उत्तर चुनिए।

     (a)  केवल 1                         
     (b)  केवल 2
     (c)  1 और 2 दोनों                
    (d)   इनमें से कोई नहीं

Ans:-d

3.  गंगा नदी के दक्षिण में इसकी सहायक नदी सोन के आसपास का क्षेत्र प्राचीन काल में किस नाम से जाना जाता था ?
         (a) अवंती     
         (b)  वज्जी         
         (c)   मगध          
         (d)  काशी
Ans:- c

4.   भारत देश के नाम के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों में कौन सा सही है ?
             1. लगभग 2500 वर्ष पूर्व उत्तर पश्चिम की ओर से आने वाले  इरानियों और यूनानीयों ने सिंधु को  ' हिंदू ' अथवा ' हिंदोस' तथा इस नदी के पूर्व में स्थित भूमि प्रदेश को ' इंडिया' कहा।
             2.भरत नाम का प्रयोग उत्तर पश्चिम में रहने वाले लोगों के एक समूह के लिए किया जाता था ।इस समूह का उल्लेख संस्कृत भाषा की आरंभिक  कृति' ऋग्वेद 'में भी मिलता है।
नीचे दिए गए कूट का सही प्रयोग करके उत्तर चुनिए।
          (a)    केवल 1     
          (b)   केवल 2      
          (c)  1 और 2 दोनों     
         (d)    इनमें से कोई नहीं । 
Ans:- c

5.   पांडुलिपि के संदर्भ में निम्नलिखित में से कौन सा कथन सही नहीं है?

               1.  अतीत में हाथ से लिखी गई पुस्तक पांडुलिपि कहलाती थी।
               2.   पांडुलिपियॉ ताड़ के पत्रों को काटकर अथवा हिमालय क्षेत्र में उगने वाले भुर्ज नामक पेड़ की छाल से विशेष तरीके से तैयार भोजपत्र पर लिखी जाती थी। 
               3.     पांडुलिपियॉ  केवल मंदिरों और विहारओं में प्राप्त होती है, जो केवल संस्कृत भाषा में लिखी गई है।

      (a)    केवल 1 
      (b)    केवल 3   
      (c)   1और 2 दोनों
      (d)  1, 2 और 3 

Ans:- b

6.  अभिलेखों के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए।
           1. ऐसे लेख जो केवल पत्थर पर उत्कीर्ण किए जाते थे, अभिलेख कहलाते थे ।
           2. कभी-कभी शासक अथवा अन्य लोग अपने आदेशों को इस तरह उत्कीर्ण करवाते थे, ताकि लोग उन्हें देखकर पढ़ सके तथा उनका पालन कर सकें।
                    उपयुक्त कथनों में से कौन सा सही है
            (a)   केवल 1
            (b)   केवल 2
            (c)   1 और 2 दोनों
            (d)   इनमें से कोई नहीं 

Ans :- b

 7.  अशोक का कान्धार से प्राप्त अभिलेख निम्नलिखित में से किन लिपियों में लिखा गया है ।
 (a).  अरामाइक और ब्राम्ही।
 (b).   यूनानी और ब्राम्ही।
 (c).   देवनागरी और तमिल।
 (d).  यूनानी और अरामाइक।
    
Ans:-  d        

और पढ़े :-  
#  प्राचीन भारतीय इतिहास का कालक्रम 

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